योगी की मौजूदगी में अलीगढ़, आजमगढ़, श्रावस्ती, चित्रकूट एवं सोनभद्र में विकसित किए जा रहे हवाई अड्डों के संचालन एवं प्रबंधन के लिए एएआई एवं प्रदेश सरकार के बीच अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए।
आजमगढ़, श्रावस्ती, चित्रकूट एवं सोनभद्र में विकसित किए जा रहे हवाई अड्डों के संचालन एवं प्रबंधन के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) एवं प्रदेश सरकार के बीच अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए। अब इन हवाई अड्डों के लाइसेंसिंग की प्रक्रिया शुरू होगी जिससे जल्द ही इन सभी पांच स्थानों से वायुसेवा शुरू हो जाएगी।
नागरिक उड्डयन विभाग के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल और एएआई के अध्यक्ष एके पाठक के बीच एमओयू का आदान-प्रदान हुआ। इसके तहत एयरपोर्ट का विकास द्वारा किया जाएगा और एएआई द्वारा सेवा प्रदाता के रूप में संचालन और प्रबंधन की सेवाएं दी जाएंगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत एयरपोर्ट के लिए चयनित ये सभी पांच जिले विकास की दौड़ में पीछे छूट गए थे। इनमें श्रावस्ती, सोनभद्र और चित्रकूट तो आकांक्षी जिले हैं। यहां से एयर कनेक्टिविटी होने पर विकास को नए पंख लगेंगे। पांच वर्ष पहले कोई सोच नहीं सकता था कि यहां एयरपोर्ट बनेगा। लोग डरते थे यहां के नाम से। सरकार ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को आजमगढ़ के बीच से निकाला।
डिफेंस कॉरीडोर का एक नोड स्थापित कर रहे हैं। जल्द ही अलीगढ़ में भी बेहतर एयर कनेक्टिविटी सुविधा होगी। चित्रकूट रामायण सर्किट का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहां एक ऊंची पहाड़ी पर बहुत सुंदर एयरपोर्ट बन रहा है। श्रावस्ती पर्यटन की दृष्टि से विशेष महत्व रखता है। यह भगवान राम के पुत्र की राजधानी रही है तो भगवान बुद्ध ने अपने जीवन काल में सर्वाधिक चातुर्मास यहीं व्यतीत किये थे। अब यहां से भी वायुसेवा शुरू होने जा रही है। इसी तरह सोनभद्र जो कभी नक्सल गतिविधियों के लिए कुख्यात रहा है, वह प्राकृतिक संसाधनों के अलावा माइनिंग के लिहाज से बहुत समृद्ध है। यहां वायु सेवा आवश्यक थी, जिसे अब पूरा किया जा रहा है।
9 एयरपोर्ट एक्टिव, 10 पर काम जारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई उड़ान योजना का अत्यधिक लाभ यूपी को मिला। आज प्रदेश में नौ एयरपोर्ट एक्टिव हैं और 10 पर काम जारी है। आज 75 गंतव्यों तक वायुसेवा की सुविधा है। इसी तरह 2017 के पहले गोरखपुर से दिल्ली तक केवल एक फ्लाइट थी और आज 14 उड़ानें हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी एयरपोर्ट्स को एयर बस ए-320 के मानकों के अनुसार विकसित करने के निर्देश भी दिए गए हैं।