अभिवावक अपने बच्चो को अपने शहर में ही सुविधाओं से लैस स्कूल खोजते हैं. इस लेख में उत्तर प्रदेश के ऐसे स्कूलों की जो सिर्फ पढ़ाई के लिए ही नहीं बल्कि अपनी बेहतरीन सुविधाओं के लिए जाने जाते हैं.
माता-पिता जब अपने बच्चे के स्कूल एडमिशन की सोचते हैं तो न केवल राज्य के बल्कि देश के सर्वश्रेष्ठ स्कूलों की खोज करते हैं. जहां कुछ माता-पिता अपने बच्चे के अच्छे भविष्य के लिए उन्हें घर से दूर बोर्डिंग स्कूल तक भेज देते हैं और वही कुछ अभिवावक अपने बच्चो को अपने शहर में ही सुविधाओं से लैस स्कूल खोजते हैं. इस लेख में उत्तर प्रदेश के ऐसे स्कूलों की जो सिर्फ पढ़ाई के लिए ही नहीं बल्कि अपनी बेहतरीन सुविधाओं के लिए जाने जाते हैं.
1. बिलबाँग हाई इंटरनेशनल स्कूल, कानपुर (Billabong Excessive Worldwide Faculty, Kanpur) –
बिलबाँग हाई इंटरनेशनल स्कूल, कानपुर में स्तिथ केवल उत्तर प्रदेश का ही नहीं बल्कि भारत के सबसे बेहतरीन स्कूलों में माना जाता है. यह स्कूल कैंब्रिज से मान्यता प्राप्त है, सीबीएसई बोर्ड के करिकुलम के साथ-साथ ब्रिटिश काउन्सिल से भी जुड़ा हुआ है. बिलबाँग हाई के कानपूर में तीन शाखाएं है जिसमे से दो शाखाएं प्री-स्कूल तथा प्राइमरी शिक्षा के लिए है और बिलबाँग हाई कैंटोनमेंट शाखा हायर सेकण्ड्री शिक्षा तक के लिए स्थापित किया गया है.
बिलबाँग हाई इंटरनेशनल स्कूल कैंटोनमेंट शाखा लगभग 13 एकड़ पर स्थापित है और सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस है. इस स्कूल में एडमिशन के लिए अभिवावको को एडमिशन फॉर्म के साथ-साथ बर्थ सर्टिफिकेट, पिछले स्कूलों की रिपोर्ट कार्ड, मार्क शीट आदि की आवश्यकता होती है. और साथ ही यहां पढ़ रहे मेधावी छात्रों को स्कालरशिप भी दी जाती है.
2. जी.डी गोयनका पब्लिक स्कूल (GD Goenka Public Faculty) –
जी.डी गोयनका ग्रुप द्वारा स्थापित जी.डी गोयनका पब्लिक स्कूल उत्तर प्रदेश के आगरा, फिरोज़ाबाद, गोरखपुर, कानपुर, लखनऊ, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़ और नॉएडा में स्थापित किए गए हैं. यह सभी स्कूल सीबीएसई से मान्यता प्राप्त है और अपनी विश्वस्तरीय सुविधाओं और शिक्षा के लिए माना जाता है.
जी.डी गोयनका पब्लिक स्कूल में एडमिशन के लिए ऑनलाइन एडमिशन फॉर्म डाउनलोड करके बाकी सभी जरूरी डाक्यूमेंट्स और फ़ीस जमा करनी होती है.
3. जवाहर नवोदय विद्यालय (Jawahar Navodaya Vidyalaya) –
नवोदय विद्यालय समिति द्वारा 660 जवाहर नवोदय विद्यालय स्थापित किए गए है. उत्तर प्रदेश में कुल 76 जवाहर नवोदय विद्यालय स्थापित किए गए है. यह स्कूल केवल कक्षा 6 से लेकर कक्षा 12वी तक ही स्थापित किया गया है.
जवाहर नवोदय विद्यालय की योजना पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गाँधी द्वारा शुरू की गई थी और इसके साथ ही यह योजना, शिक्षा की राष्ट्रीय नीति में शामिल की गई थी जिसके अंतर्गत भारत के हर क्षेत्र में जवाहर नवोदय विद्यालय शुरू किया गया. इस योजना का उद्देश्य यह था की भारत के हर पिछड़े वर्ग के बच्चो को शिक्षा दी जा सके.
जवाहर नवोदय विद्यालय में एडमिशन के लिए छात्रों को सिलेक्शन टेस्ट देना ज़रूरी होता है और छात्रों का चयन केवल मेरिटलिस्ट में उच्च अंक व योग्यता/पात्रता के अनुसार ही होता है.
4. जैन इंटरनेशनल स्कूल (Jain Worldwide Faculty, Kanpur)-
सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस जैन इंटरनेशनल स्कूल की स्थापना श्रीनाथजी ग्रुप ऑफ़ इन्स्टिट्यूशनस की गई थी. यह स्कूल सीबीएसई करिकुलम पर ही आधारित है. यह स्कूल डे बोर्डिंग स्कूल है जहां छात्र शिक्षा प्राप्त करने के साथ-साथ रह भी सकते हैं जिसके लिए गुरुकुल की स्थापना की गई है.
यहां छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ एक्स्ट्रा-करीकुलर जैसे मीडिया स्किल्स, थिएटर, परफोर्मिंग आर्ट और आर्ट एंड क्राफ्ट आदि पर भी ध्यान दिया जाता है. यहां पर कक्षा 2 से 12 तक एडमिशन के लिए छात्रों को पिछली कक्षा में उत्तीर्ण किया हुआ प्रमाण पत्र और अन्य डाक्यूमेंट्स को एडमिशन फॉर्म के साथ जमा करना होता है
5. दिल्ली पब्लिक स्कूल (Delhi Public Faculty) –
दिल्ली पब्लिक स्कूल जो की दिल्ली पब्लिक स्कूल सोसाइटी द्वारा भारत और अन्य देशो में भी स्थापित किए गए है. उत्तर प्रदेश में दिल्ली पब्लिक स्कूल नॉएडा, ग्रेटर नॉएडा, बुलंदशहर, कानपूर, आगरा, अलीगढ, अलाहाबाद, बरेली, दादरी, इटावा, फ़िरोज़ाबाद, हापुड़, लखनऊ, हाथरस, इन्दिरापुरम, जानकीपुरम, काशी, कल्यान्पुरम, मथुरा, मोरादाबाद, मेरठ, मुजफ्फरनगर, राजनगर, सहारनपुर, साहिबाबाद, गाज़ियाबाद, शिकोहाबाद, गौतमबुद्ध नगर, सीतापुर, वाराणसी में स्थापित किए गए हैं.
डीपीएस सोसाइटी एक नॉन-प्रॉफिट और प्राइवेट शिक्षा संस्थान है और सभी 207 दिल्ली पब्लिक स्कूल सीबीएसई करिकुलम पर आधारित है. डीपीएस में एडमिशन के लिए नय सत्र का एडमिशन फॉर्म और सभी पत्रताओ को पूरा करना होगा.