PM Kisan Yojana: केंद्र सरकार ने 31 मई 2022 को पीएम किसान सम्मान निधि योजना की आखिरी किस्त जारी की थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना के तहत 11 करोड़ से अधिक किसानों को 21,000 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए थे.
DESI BHARAT: देश के 11 करोड़ से अधिक किसान सरकार द्वारा पीएम किसान योजना की 12वीं किस्त (PM Kisan Yojana twelfth Installment) जारी होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. केंद्र सरकार ने 31 मई 2022 को पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Scheme) की आखिरी किस्त जारी की थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने इस योजना के तहत 11 करोड़ से अधिक किसानों को 21,000 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए थे.
इस योजना के माध्यम से मोदी सरकार किसानों को सालाना 6000 रुपये की तीन समान किस्तों में 2,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करती है. कोरोना वायरस महामारी के दौरान यह योजना किसानों के लिए बहुत मददगार साबित हुई. जैसा कि सरकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की अगली किस्त जारी करने वाली है, किसानों को अपडेटिड बेनिफिशरी लिस्ट के साथ-साथ स्टेटस चेक करना भी काफी जरूरी है कि उन्हें रुपया मिलेगा या नहीं.
पीएम किसान सूची 2022ः ऐसे चेक करें अपना नाम, पेमेंट डिटेल स्टेटस
सरकार ने पीएम किसान पोर्टल पर नई सूची अपलोड की है जहां आप देख सकते हैं कि आपका नाम लाभार्थियों की सूची में है या नहीं. यहां है कि इसे कैसे चेक करना है-
स्टेप 1 – सरकारी वेबसाइट – पर जाएं और इसे खोलें.
स्टेप 2 – वेबसाइट के होमपेज पर ‘किसान कॉर्नर’ देखें.
स्टेप 3 – अब ‘लाभार्थी सूची’ वाले विकल्प पर क्लिक करें.
स्टेप 4 – ध्यान से अपना राज्य, जिला, उप-जिला, ब्लॉक और गांव का डिटेल दर्ज करें.
स्टेप 5 – इन सभी डिटेल को भरने के बाद, ‘रिपोर्ट प्राप्त करें’ पर क्लिक करें और आपको पूरी सूची मिल जाएगी.
पीएम किसान योजना हेल्पलाइन / टोल फ्री नंबर
योजना से संबंधित किसी भी प्रकार की सहायता के लिए किसान नीचे दिए गए नंबरों पर कॉल कर सकते हैं.
पीएम किसान हेल्पलाइन नंबर – 155261
पीएम किसान टोल-फ्री नंबर – 18001155266
पीएम किसान लैंडलाइन नंबर – 011-23381092 और 23382401
पीएम किसान हेल्पलाइन – 0120-6025109, 011-24300606
ईमेल आईडी – pmkisan-ict@gov.in
2 Comments
[…] पॉप स्टार रिहाना ने मंगलवार को किसान आंदोलन को समर्थन देते हुए ट्वीट किया। […]
[…] का प्राचीन काल में […]